उज्जैन महाकाल मंदिर में आज से उमा सांझी महोत्सव
उज्जैन, 17 सितंबर। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में आज से पांच दिवसीय उमा सांझी महोत्सव की शुरुआत हो गई है। यह महोत्सव 17 से 21 सितंबर तक चलेगा और इसमें रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
शुरुआत घट स्थापना से
मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि पहले दिन शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा ने घट स्थापना की। संध्या आरती के बाद वसंत पूजा हुई। शाम 7:30 बजे से प्रीति देवले ने लोक गायन और स्वाति उखले ने लोक नृत्य की प्रस्तुति दी।
प्रतिदिन झांकियां और सांस्कृतिक आयोजन
महोत्सव के दौरान प्रतिदिन भगवान महाकाल के विभिन्न मुखारविंद की झांकियां सजाई जाएंगी। मंदिर परिवार के पुजारी रंगोली और माण्डने बनाएंगे। हर शाम की आरती के बाद लोक वादन, लोक गायन और लोक नृत्य के कार्यक्रम होंगे, जिनमें स्थानीय कलाकार भाग लेंगे।
कन्या भोज और पार्वती की सवारी
- 22 सितंबर : कन्या भोज का आयोजन
- 23 सितंबर : माता पार्वती रजत पालकी में विराजकर नगर भ्रमण करेंगी। यह सवारी महाकाल चौराहा, तोपखाना, दौलतगंज, सराफा, छत्रीचौक से होते हुए शिप्रा नदी तट तक जाएगी। वहां जवारे और संजा विसर्जन होगा। इसके बाद सवारी मंदिर लौटेगी।
लोक संस्कृति का उत्सव
उल्लेखनीय है कि उमा-सांझी महोत्सव हर साल अश्विन कृष्ण पक्ष एकादशी से शुरू होता है। यह महोत्सव उज्जैन की लोक संस्कृति और परंपराओं को जीवंत करता है और श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक-सांस्कृतिक अनुभव लेकर आता है।
निष्कर्ष
महाकाल मंदिर का उमा सांझी महोत्सव न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा है बल्कि यह लोक कलाओं और संस्कृति को भी बढ़ावा देता है। आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भागीदारी की उम्मीद है।