इंदौर में ई-वेस्ट संग्रहण की पहल
इंदौर, 17 सितंबर। स्वच्छ भारत मिशन और “सेवा पखवाड़ा” के तहत इंदौर नगर निगम ने आज से ई-वेस्ट संग्रहण अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान 2 अक्टूबर तक चलेगा। उद्देश्य है कि शहर को ई-वेस्ट मुक्त और पर्यावरण अनुकूल बनाया जाए।
निगम कर्मचारियों की भागीदारी
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि पहले चरण में निगम मुख्यालय और स्मार्ट सिटी ऑफिस (नेहरू पार्क) में ई-वेस्ट ड्रॉप बॉक्स लगाए गए हैं। निगम अधिकारी और कर्मचारी अपने घर और कार्यालय से निकलने वाले अनुपयोगी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण—जैसे मोबाइल, चार्जर, पंखे, टीवी, कंप्यूटर पार्ट्स और बैटरी—इन बॉक्स में जमा करेंगे।
नागरिकों की सक्रिय भागीदारी
नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव ने कहा कि यह अभियान केवल एक दिन का नहीं बल्कि निरंतर चलने वाला प्रयास है। जल्द ही शहरभर में चिन्हित स्थानों पर ड्रॉप बॉक्स रखे जाएंगे और घर-घर से ई-वेस्ट कलेक्शन भी किया जाएगा। इस तरह नागरिक सीधे तौर पर इस पहल से जुड़ सकेंगे।
ई-वेस्ट क्यों है खतरनाक?
विशेषज्ञों का मानना है कि ई-वेस्ट सबसे गंभीर प्रदूषणकारक अपशिष्ट है। अगर इसका वैज्ञानिक तरीके से निपटान न किया जाए तो यह पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य दोनों के लिए हानिकारक साबित होता है।
अपील
महापौर और आयुक्त ने नागरिकों से अपील की है कि वे पुराने मोबाइल, टीवी, बैटरी, कंप्यूटर पार्ट्स जैसे उपकरण घर पर न रखें बल्कि इन्हें निर्धारित स्थानों पर जमा करें।
“आपकी छोटी सी पहल इंदौर को ई-वेस्ट मुक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम होगी।”