पलामू बाल सुधार गृह में किशोर ने की आत्महत्या
पलामू, 19 सितंबर: बाल सुधार गृह में शुक्रवार को एक किशोर ने संदिग्ध परिस्थिति में शौचालय में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। किशोर दो महीने 10 दिन से दुष्कर्म और पॉक्सो मामले में बंद था और उसे गढ़वा की रंका पुलिस ने निरूद्ध कर बाल सुधार गृह में भेजा था।
घटनास्थल और प्रशासनिक कार्रवाई
सूचना मिलते ही प्रशासनिक महकमा सक्रिय हो गया। डीएलएसए के सचिव राकेश रंजन, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र चतुर्वेदी, जिला सामाजिक सुरक्षा सहायक निदेशक नीरज कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी बाल सुधार गृह पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। मृतक किशोर को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जांच और काउंसलिंग
जिले की एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि पूरे मामले की जांच जारी है और मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ने पुष्टि की कि किशोर ने आत्महत्या की है और कस्टोडियन डेथ की जांच के लिए मजिस्ट्रेट से आदेश लिया जाएगा। बाल सुधार गृह में बंद अन्य बच्चों की काउंसलिंग भी की गई।
बाल सुधार गृह की स्थिति
फिलहाल पलामू बाल सुधार गृह में पलामू, गढ़वा और लातेहार जिलों के कुल 35 बच्चे बंद हैं। प्रशासन का कहना है कि बाल सुधार गृह में सुरक्षा और देखभाल की व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों।