महालया के साथ बंगाल में दुर्गोत्सव का शुभारंभ
कोलकाता, 21 सितम्बर (हि.स.)। महालया 2025 के साथ ही पितृ पक्ष का समापन और दुर्गा पूजा का शुभारंभ हो गया। रविवार सुबह से ही कोलकाता और पश्चिम बंगाल के विभिन्न गंगा घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान कर पितृ तर्पण किया। बाबू घाट, निमतला घाट और फेरी घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुरोहितों ने तिल, पुष्प और चावल के साथ पितरों का तर्पण कराया।
बिरेंद्र कृष्ण भद्र की आवाज में महिषासुरमर्दिनी पाठ
बंगाल की परंपरा के अनुसार महालया की सुबह पांच बजे आकाशवाणी पर बिरेंद्र कृष्ण भद्र की आवाज में महिषासुरमर्दिनी पाठ का प्रसारण हुआ। इसे सुनकर देवी पक्ष की शुरुआत मानी जाती है। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि इसी क्षण मां दुर्गा स्वर्ग से धरती पर उतर आती हैं और अपने मायके की ओर प्रस्थान करती हैं। इसके बाद पूरे राज्य में ढाक-ढोल, मंत्रोच्चार और दुर्गा स्तुति के स्वर गूंज उठते हैं।
पंडालों में उत्साह और तैयारियां
कोलकाता सहित पूरे बंगाल में दुर्गा पंडाल सजने लगे हैं और विशालकाय प्रतिमाओं की स्थापना का कार्य तेज़ हो गया है। दुर्गा पूजा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि बंगाल की कला, संस्कृति और सामूहिक उत्सव का प्रतीक है। भव्य पंडाल, अनूठे थीम और रोशनी की जगमगाहट देखने के लिए न सिर्फ भारत, बल्कि विदेशों से भी लाखों लोग यहां पहुंचते हैं।