नई दिल्ली – दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में सक्रिय ड्रग सप्लायर गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 202 ग्राम एमडीएमए (एक्स्टसी) और इंजेक्शन-सिरिंज जब्त किए। बरामद नशीले पदार्थों की कीमत 2 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
पुलिस ने इस मामले में एक भारतीय नागरिक और एक विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, गोविंदपुरी निवासी आकाश कश्यप उर्फ ए.के. उर्फ यो को चिराग दिल्ली इलाके से गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान कार से 196 ग्राम एमडीएमए, चार इंजेक्शन और आठ सिरिंज बरामद किए गए।
जांच में पता चला कि आकाश कश्यप पहले भी चार मामलों में शामिल रह चुका है। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि नशीला पदार्थ नाइजीरियाई नागरिक चाइम सेबास्टिन से लेता था और दिल्ली में सप्लाई करता था। पुलिस ने आगे कार्रवाई करते हुए चाइम सेबास्टिन को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के दौरान चाइम सेबास्टिन भागते समय अपनी बालकनी से गिर गया और उसका पैर टूट गया। इलाज के बाद उसे सफदरजंग अस्पताल से छुट्टी मिली और गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में यह भी सामने आया कि वह अप्रैल 2024 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था, जिसकी अवधि अगस्त 2024 तक थी, लेकिन वह अवैध रूप से ठहरा हुआ था।
चाइम सेबास्टिन ने कबूल किया कि शुरू में वह खुद ड्रग्स का सेवन करता था, लेकिन पैसों की जरूरत के चलते अब इसे सप्लाई करने लगा।
क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम ने बताया कि टीम ने सूचना के आधार पर कार्रवाई की और आगे की जांच जारी है।
यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की नशीले पदार्थों के खिलाफ लगातार जारी अभियान की सफलता को दर्शाती है और शहर में ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क को नुकसान पहुंचाती है।