प्रो. बिहारी लाल शर्मा को योग विज्ञान केन्द्र की शासी-परिषद् में सदस्य नियुक्त
वाराणसी, 24 सितंबर – सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा को “अन्तर-विश्वविद्यालयीय योग विज्ञान केन्द्र” की शासी-परिषद् (गवर्निंग काउंसिल) का सदस्य नियुक्त किया गया है। यह नामांकन देश भर के कुलपतियों की श्रेणी में किया गया है और इसका कार्यकाल तीन वर्षों का होगा।
अंतर-विश्वविद्यालयीय योग विज्ञान केन्द्र की स्थापना 2018 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य योग शिक्षा के ज्ञान-आधार को सुदृढ़ करना और योग विज्ञान के क्षेत्र में नवीन शोध एवं विकास को प्रोत्साहित करना है। शासी-परिषद् में देश के प्रख्यात विद्वान, विशेषज्ञ और कुलपति शामिल होते हैं और इसका संचालन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष के अधीन होता है।
कुलपति प्रो. शर्मा का चयन सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के लिए एक विशिष्ट उपलब्धि है। इससे न केवल विश्वविद्यालय की शैक्षिक और शोधगत प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी, बल्कि वाराणसी की प्राचीन विद्वत्ता और सांस्कृतिक परंपरा का भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरव बढ़ेगा।
प्रो. शर्मा संस्कृत, वेद, दर्शन, ज्योतिष शास्त्र और भारतीय ज्ञान परंपरा के विद्वान हैं। उनके शैक्षिक योगदान और प्रशासनिक नेतृत्व ने विश्वविद्यालय को नई ऊँचाइयाँ प्रदान की हैं और भारतीय ज्ञान-परंपरा के वैश्विक प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
विश्वविद्यालय परिवार और विद्वत समाज ने इस चयन को गौरवमयी परंपरा बताया। वरिष्ठ आचार्य प्रो. रामपूजन पांडेय, विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. जितेन्द्र कुमार, वेद विभागाध्यक्ष प्रो. महेन्द्र पांडेय और पाली विभागाध्यक्ष प्रो. रमेश प्रसाद ने प्रो. शर्मा की इस उपलब्धि का स्वागत करते हुए कहा कि यह संस्था की गरिमा को और बढ़ाएगा।