हिंदू समन्वय और सम्मान का प्रतीक: बिजेंद्र कुमार
डेहरी आन सोन, 27 सितंबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष पर आयोजित विजय दशमी उत्सव में जिला कार्यवाह बिजेंद्र कुमार ने कहा कि हिंदू वह है जो अलग-अलग मान्यताओं का सम्मान करता है। हिंदू धर्म का स्वभाव समन्वय का है, टकराव का नहीं।
हिंदू राष्ट्र का अर्थ
कार्यक्रम में उन्होंने स्पष्ट किया कि “हिंदू राष्ट्र” का अर्थ सत्ता से जुड़ा नहीं है। इसका मतलब है – किसी को अलग करना या विरोध करना नहीं, बल्कि सभी का सम्मान करते हुए समाज को एकजुट करना। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने में संघ की सार्थकता है और अब समय आ गया है कि भारत अपना योगदान दुनिया को दे।
परिवर्तन की दिशा
बिजेंद्र कुमार ने बताया कि संघ अपने शताब्दी वर्ष में पांच बड़े सामाजिक परिवर्तन की दिशा में काम कर रहा है –
- सामाजिक समरसता
- स्व का बोध
- पर्यावरण संरक्षण
- कुटुंब प्रबोधन
- नागरिक कर्तव्य
कार्यक्रम का संचालन
इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉ. अभय कुमार राय ने संघ की कार्यपद्धति पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन रविशंकर ने किया और धन्यवाद ज्ञापन यश उपाध्याय ने किया।
उपस्थित लोग
किसान संघ जिला सचिव गोपाल जी प्रसाद, पिंटू सोनी, पूर्व नगर कार्यवाह संतोष सोनी समेत भारी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे।