रांची: मास कॉम विभाग की लापरवाही से छात्रवृत्ति से वंचित छात्र
रांची, 28 सितंबर। रांची विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मास कॉम विभाग की लापरवाही ने दर्जनों छात्रों को परेशानी में डाल दिया है। विभाग द्वारा दस्तावेज़ों में गलती से खुद को रेगुलर श्रेणी में दर्शाने के कारण कई छात्र-छात्राएं अब तक छात्रवृत्ति की राशि से वंचित हैं।
जानकारी के अनुसार, 29 जुलाई 2025 को कल्याण विभाग को भेजे गए दस्तावेज़ में विभाग को रेगुलर बताया गया था, जबकि यह रिकॉर्ड में वोकेशनल विभाग है। जांच में जब यह गड़बड़ी सामने आई तो विभाग के निदेशक डॉ. बसंत झा ने अपनी गलती स्वीकार की। इसके बाद छात्रों ने स्वयं दस्तावेज़ सुधार कर नया पत्र कल्याण विभाग को दिया।
हालांकि शुरुआती लापरवाही और देरी की वजह से छात्रवृत्ति की राशि अन्य विभागों के छात्रों को जारी कर दी गई। नतीजतन, अब मास कॉम विभाग में फंड की कमी हो गई है और सैकड़ों छात्र इंतजार में हैं।
प्रभावित छात्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनकी समस्याओं पर न तो विश्वविद्यालय ध्यान दे रहा है और न ही राज्य सरकार। छात्रों का आरोप है कि विभाग ने उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
इस देरी और लापरवाही ने न केवल छात्रों की पढ़ाई पर आर्थिक बोझ बढ़ाया है बल्कि जरूरतमंद विद्यार्थियों के सामने गंभीर संकट खड़ा कर दिया है। फिलहाल छात्र उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सरकार और विश्वविद्यालय जल्द समाधान निकालेंगे।