करूर हादसे की सीबीआई जांच की मांग, टीवीके ने मद्रास हाई कोर्ट में दाखिल की याचिका
मदुरै, 29 सितंबर (हि.स.) – तमिलागा वेट्ट्री कज़गम (टीवीके) ने करूर भगदड़ हादसे की जांच सीबीआई या किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराने की मांग की है। इस संबंध में टीवीके चुनाव अभियान प्रबंधन विभाग के महासचिव आधव अर्जुन की ओर से वकील अरिवजगन ने सोमवार को मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ में याचिका दाखिल की।
वकील अरिवजगन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि करूर की भगदड़ में 40 लोगों की मौत गंभीर सवाल खड़े करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक ही रात में सभी शवों का पोस्टमार्टम किया गया, जबकि नियमों के अनुसार यह दिन में होना चाहिए। सवाल उठाया गया कि रातों-रात डॉक्टर कहां से बुलाए गए और क्या वे इस काम के लिए योग्य थे?
टीवीके का कहना है कि इस हादसे के पीछे साजिश की आशंका है, इसलिए राज्य सरकार को खुद इसकी जांच नहीं करनी चाहिए। याचिका के माध्यम से अदालत से मांग की गई है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच सीबीआई को सौंपी जाए।
याचिका में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। आरोप है कि हादसे के दौरान पुलिस ने करूर के लोगों पर बेवजह लाठीचार्ज किया और बिजली आपूर्ति रोक दी, जिससे हालात और बिगड़ गए।
टीवीके ने दावा किया कि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के कुछ सदस्य पहले ही सोशल मीडिया पर इस तरह की घटना की आशंका जता चुके थे। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि भीड़ और यातायात बाधा के कारण टीवीके नेता विजय की गाड़ी को धीमी गति से चलाया गया, जिससे निर्धारित स्थल पर पहुंचने में देरी हुई। टीवीके ने डीएमके के जिला प्रभारी और पुलिस प्रशासन पर भीड़ में अफरा-तफरी फैलाने का आरोप लगाया।