पटना। राजधानी पटना में दुर्गापूजा के अवसर पर आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। शहर के प्रमुख पंडालों में भक्तों की भीड़ दिन-रात उमड़ रही है, और मां दुर्गा की भव्य प्रतिमाएं श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित कर रही हैं।
इस वर्ष पटना की पूजा समितियों ने पंडालों को विशेष थीम और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से तैयार किया है। डाक बंगला चौराहा, पटना सिटी, कंकड़बाग, राजेन्द्रनगर, बोरिंग रोड, कदमकुआं, अगमकुआं, पटेल नगर, आशियाना नगर और दीघा क्षेत्र के प्रमुख पंडालों में भारी भीड़ देखी जा रही है। कई पंडालों में प्लास्टिक का उपयोग बिल्कुल नहीं किया गया और बांस, कपड़े एवं प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल कर सजावट की गई है।
मां दुर्गा की कलात्मक प्रतिमाएं और रंग-बिरंगी रोशनियों का समन्वय भक्तों को मंत्रमुग्ध कर रहा है। पंडाल केवल धार्मिक स्थल नहीं बल्कि सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र भी बन गए हैं, जहाँ भक्ति गीत, नृत्य और रामलीला के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
भीड़ को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। प्रमुख पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और पुलिस बल तैनात है। ट्रैफिक प्रबंधन के लिए बैरिकेडिंग और वन-वे रूट लागू किए गए हैं।
शहर के निवासी और आसपास के जिलों से आए श्रद्धालु अपने परिवार और बच्चों के साथ पंडालों की सैर कर आनंद ले रहे हैं। शाम के समय पंडालों में जगमगाहट और शंख-घंटियों की ध्वनि वातावरण को भक्तिमय बना देती है।
पटना इस समय भक्ति, आस्था और उल्लास से सराबोर है और दुर्गापूजा के उत्सव ने शहर की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को और मजबूत किया है।