मंडी, 01 अक्टूबर।
कोटली रामलीला कमेटी द्वारा स्थानीय किसान भवन में आयोजित पांच दिवसीय रामलीला उत्सव की तीसरी संध्या में सीता हरण का दृश्य मंचित किया गया। मंचन में दर्शाया गया कि लक्ष्मण के हाथों नाक काटे जाने के बाद स्वरूपनखा रावण के दरबार में शिकायत लेकर पहुंचती है। रावण को जब ज्ञात होता है कि राम ने उसके बलशाली राक्षस खर और दूषण का वध किया है, तो वह समझ जाता है कि राम और लक्ष्मण साधारण मानव नहीं बल्कि ईश्वर के अवतारी हैं।
रावण मरीच को सुनहरी मृग बनाकर पंचवटी में राम की कुटिया की ओर भेजता है। सीता के आग्रह पर राम उस मृग को पकड़ने जंगल निकल जाते हैं। इस दौरान लक्ष्मण को राम की रक्षा के लिए भेजा जाता है, लेकिन रावण साधु का वेश धारण करके धोखे से सीता का हरण कर लेता है। राम और लक्ष्मण सीता की तलाश में किष्किंधा पहुँचते हैं, जहां उनकी मुलाकात सुग्रीव और हनुमान से होती है। राम बाली का वध कर सुग्रीव को वानर राज घोषित करते हैं।
इस मौके पर मुख्य अतिथि सेवानिवृत पुलिस निरीक्षक कृष्ण चंद ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने आयोजकों को शुभकामनाएं देते हुए कमेटी को 11,111 रुपये की नगद राशि भेंट की। आगमन पर उन्हें कमेटी की ओर से ढोल-नगाड़ों और फूलमालाओं से स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में रामलीला कमेटी के प्रधान प्रशांत मोहन, महासचिव अश्विनी कुमार और महिला मंडल कोटली की प्रधान अंजलि ने शॉल, टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट कर मुख्य अतिथि का सम्मान किया। इसके अलावा पंचायत समिति सदस्य अरुण कुमार, पुलिस चौकी कोटली के प्रभारी बृजभूषण शर्मा और सेवानिवृत पुलिस निरीक्षक रामलाल ठाकुर समेत अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।
रामलीला उत्सव के यह दृश्य दर्शकों के लिए अत्यंत रोमांचक और मनोरंजक साबित हुए, और सांस्कृतिक उत्सव में स्थानीय लोगों की सहभागिता भी खूब रही।