दमिश्क, 3 अक्टूबर।
सिरिया में दशकों की तानाशाही और लगभग 13 वर्ष के गृहयुद्ध के बाद देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की नई शुरुआत होने जा रही है। 5 अक्टूबर, रविवार को देश में पहली बार नए प्रशासन के तहत संसदीय चुनाव होंगे।
चुनाव के जरिए 210 सदस्यीय पीपल्स असेंबली (संसद) का गठन किया जाएगा। इनमें से लगभग एक-तिहाई सदस्य राष्ट्रपति सीधे नियुक्त करेंगे और बाकी अप्रत्यक्ष मतदान के जरिए चुने जाएंगे। चुनाव प्रक्रिया में कुल 1,570 उम्मीदवारों को शारा द्वारा नियुक्त समिति ने मंजूरी दी है।
यह चुनाव इस कारण अप्रत्यक्ष रूप से आयोजित किया जा रहा है क्योंकि युद्ध और विस्थापन के कारण विश्वसनीय जनसंख्या डेटा उपलब्ध नहीं है। देश के पूर्वोत्तर में कुर्द-नेतृत्व वाले क्षेत्रों में सुरक्षा और राजनीतिक कारणों से चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं।
नई संसद का गठन राष्ट्रपति अहमद अल शारा ने संक्रमणकालीन राजनीतिक व्यवस्था के लिए आवश्यक कदम बताया है, हालांकि उन्होंने इसे स्थायी समाधान नहीं कहा। उनके अनुसार, राष्ट्रीय चुनाव अभी संभव नहीं है क्योंकि युद्ध के दौरान दस्तावेज़ और रिकॉर्ड का बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया है।
पूर्व में वर्ष 2000-2024 तक बशर अल-असद के शासनकाल में संसद में 250 सीटें थीं, जिनमें से दो-तिहाई सीटें उसकी पार्टी के लिए आरक्षित थीं। अब नए प्रशासन और चुनावी प्रक्रिया के साथ सीरिया में राजनीतिक बदलाव की दिशा में पहला कदम उठाया जा रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह चुनाव देश में स्थिरता लाने और राजनीतिक संक्रमण को मान्यता देने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।