गुवाहाटी, 7 अक्टूबर। असम सरकार के मंत्री पीयूष हजारिका ने राइजर दल प्रमुख अखिल गोगोई द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा पर लगाए गए आरोपों को निराधार और मनगढ़ंत बताया है।
अखिल गोगोई ने आरोप लगाया था कि नॉर्थ-ईस्ट फेस्टिवल के लिए मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के हर विभाग को श्यामकानु महंत को 30-30 लाख रुपये देने का निर्देश दिया। श्यामकानु महंत जुबीन गर्ग की मौत के मामले में आरोपित हैं और फिलहाल सीबीआई की 14 दिनों की रिमांड पर हैं।
मंत्री हजारिका ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अखिल गोगोई, क्या आप मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए कथित निर्देश की कोई प्रति दिखा सकते हैं? और किन-किन विभागों ने 30 लाख रुपये का भुगतान किया, यह भी क्या आप साबित कर सकते हैं?”
उन्होंने कहा कि गोगोई जनता की भावनाओं से खेलकर भ्रामक और मनगढ़ंत बातें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। हजारिका ने तंज कसते हुए कहा, “बिना सबूत के बयानबाजी करने की बजाय तथ्यों और प्रमाणों के साथ बात करें। यदि आप दुखी हैं, तो इतनी घटिया राजनीति करने का समय आपको कैसे मिल जाता है?”
असम के मंत्री ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री और उनकी टीम पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ काम कर रहे हैं, और ऐसे आरोप केवल राजनीतिक मुद्दों को भड़काने का काम करते हैं।
पीयूष हजारिका का यह पलटवार असम की राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, और राज्य की सियासत में अखिल गोगोई और भाजपा सरकार के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।