विश्व डाक दिवस का महत्व
हर वर्ष 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में मनाया जाता है। यह दिन 1874 में स्विट्जरलैंड की राजधानी बर्न में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU) की स्थापना की वर्षगांठ पर आधारित है। 1969 में टोक्यो, जापान में आयोजित UPU कांग्रेस ने इसे विश्व डाक दिवस घोषित किया।
मुख्यमंत्री का संदेश
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर डाक कर्मियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने लिखा कि देश के कोने-कोने तक संदेश, संवेदनाओं और विश्वास की डोर जोड़ने वाले सभी डाक कर्मी बंधुओं का अथक परिश्रम सराहनीय है।
डाक कर्मियों का योगदान
चाहे वह पहाड़ों की दुर्गम वादियाँ हों, रेगिस्तान की तपती धरती, घने जंगल या दूर-दराज के गाँव, डाक कर्मियों ने हर जगह सेवाओं का निरंतर प्रवाह सुनिश्चित किया। उनके समर्पण से दूरियों को मिटाया गया और रिश्तों को जीवित रखा गया।
समारोह और उत्सव
विश्व डाक दिवस मध्य प्रदेश में इस दिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। डाककर्मियों को सम्मानित किया जाता है और उनके योगदान को उजागर किया जाता है। स्कूल और स्थानीय संस्थान भी पोस्टल सेवा के महत्व पर कार्यशालाएँ आयोजित करते हैं।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संदेश में कहा कि डाक कर्मियों का योगदान समाज और नागरिकों के बीच विश्वास और संपर्क बनाए रखने में महत्वपूर्ण है। उनके समर्पण और परिश्रम के बिना यह सेवा संभव नहीं है।