क्वेटा, 11 अक्टूबर (हि.स.)। बलोच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने जामरान में पाकिस्तानी सेना को रसद पहुंचाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। बीएलए ने स्थानीय निवासियों को चेतावनी दी कि यदि कोई वाहन या व्यक्ति पाकिस्तानी सेना को रसद पहुंचाता पाया गया, तो उसके परिणामों के लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा।
बीएलए प्रवक्ता जैंद बलोच ने मीडिया बयान में बताया कि उनके लड़ाकों ने कुल्लवाह, जमरान और बिलिडा में पाकिस्तानी सेना और उनके आपूर्ति वाहनों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि कोलवाह के दुंदर इलाके में रिमोट कंट्रोल IED हमले में तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। बिलिडा में मौत दस्ते के सदस्य दादिन पुत्र यालान को उनके घर पर निशाना बनाया गया।
जैंद बलोच ने यह भी कहा कि जामरान में पाकिस्तानी सेना को सामान पहुंचाने वाले निजी वाहन मालिकों को अपराधी माना जाएगा और बीएलए इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। बीएलए का लक्ष्य बलोच लोगों के लिए स्वतंत्र राज्य की स्थापना करना है और यह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे जैसी परियोजनाओं पर काम कर रहे चीनी नागरिकों को भी निशाना बनाता रहा है।
बलोच लिबरेशन आर्मी, बलोचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) और बलोचिस्तान रिपब्लिकन आर्मी (बीआरए) के साथ मिलकर काम करती है। बीएलए का आरोप है कि पाकिस्तानी सरकार बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों—गैस, कोयला और खनिज—का शोषण करती है।
बलूचिस्तान में विद्रोह और हिंसा का इतिहास दशकों पुराना है और बीएलए की यह कार्रवाई क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर संकेत देती है।