कोलकाता, 13 अक्टूबर (हि.स.)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस के ठिकानों पर व्यापक छापेमारी करते हुए 45 लाख रुपये नकद, संपत्ति से जुड़े दस्तावेज़ और डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं। यह कार्रवाई नगर निकायों में कथित भर्ती घोटाले और धनशोधन की जांच के तहत हुई।
13 परिसरों में तलाशी
ईडी ने शुक्रवार को कोलकाता और उत्तर 24 परगना जिले के 13 परिसरों में तलाशी ली। इसमें मंत्री सुजीत बोस के पुत्र समुद्र बोस के वीआईपी रोड स्थित बार और ढाबा भी शामिल थे। तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज़, डिजिटल डिवाइस और 45 लाख रुपये नकद बरामद हुए।
भर्ती घोटाले का मामला
जांच में यह पता चला कि नगरपालिकाओं में विभिन्न पदों पर नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुईं। प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले के साथ-साथ मजदूर, क्लर्क, हेल्पर और स्वच्छता सहायक जैसी नियुक्तियों में भी हेराफेरी की गई।
कंपनी और ओएमआर हेराफेरी
कई नगर निगमों और नगरपालिकाओं के ठेके एम/एस एबीएस इन्फोज़ॉन प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए थे। कंपनी ने ओएमआर शीट्स में हेराफेरी कर अयोग्य अभ्यर्थियों को नियुक्त कराया।
पिछली छापेमारी
ईडी ने इससे पहले 12 जनवरी 2024 को भी मंत्री सुजीत बोस, विधायक रथिन घोष और अन्य नगर निकाय अधिकारियों के परिसरों पर छापेमारी की थी।