क्वेटा जेल में केस सुनवाई स्थगित
क्वेटा, 14 अक्टूबर (हि.स.)। बलोचिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ. महरंग बलोच और बलोच सॉलिडेरिटी कमेटी (बीवाईसी) की अन्य महिला नेताओं के खिलाफ दर्ज केस की सुनवाई आतंकवाद विरोधी अदालत के बजाय क्वेटा जिला जेल में हुई।
सुनवाई का विवरण
सुनवाई के दौरान अभियोजक चालान पेश करने में विफल रहा, जिससे औपचारिक सुनवाई शुरू नहीं हो सकी। न्यायाधीश मोहम्मद अली मुबीन ने सुनवाई 18 अक्टूबर तक स्थगित कर दी।
बीवाईसी की प्रतिक्रिया
बलोच सॉलिडेरिटी कमेटी ने जेल में सुनवाई को पारदर्शिता दबाने, सार्वजनिक जांच खत्म करने और शांतिपूर्ण राजनीतिक असंतोष को आपराधिक बनाने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान के संविधान और अंतरराष्ट्रीय कानूनी प्रक्रिया का उल्लंघन है।
डॉ. महरंग बलोच की जानकारी
डॉ. महरंग बलोच बलोचिस्तान में जबरन गायब किए जाने और मानवाधिकार उल्लंघनों के खिलाफ अहिंसक संघर्ष के लिए जानी जाती हैं। उन्हें 2025 में नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। उन्होंने 2019 में बलोच सॉलिडेरिटी कमेटी की स्थापना की और 2023 में बलोच लॉन्ग मार्च का नेतृत्व किया।