दीपावली के महापर्व के दौरान बांसवाड़ा पुलिस ने एक अनूठी पहल करते हुए गरीब और अनाथ बच्चों के जीवन में खुशियों की रोशनी भर दी। जिले में ‘मिठाई वाली दिवाली’ नामक पांच दिवसीय अभियान चलाया गया, जिसमें पुलिसकर्मी बच्चों को मिठाई, किताबें, कॉपी, यूनिफॉर्म, जूते और कपड़े भेंट कर रहे हैं।
पुलिसकर्मी अब केवल कानून की सुरक्षा देने वाले नहीं, बल्कि ‘खुशियों के दूत’ के रूप में सामने आए। उनका उद्देश्य वंचित बच्चों को त्योहार की खुशियों से वंचित न रहने देना और उन्हें सम्मानजनक जीवन के लिए प्रोत्साहित करना है।
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने कहा, “पुलिस का दायित्व केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना नहीं है, बल्कि समाज के प्रति संवेदनशील होना भी है। ‘मिठाई वाली दिवाली’ के माध्यम से हम बच्चों को यह संदेश देना चाहते हैं कि पुलिस हमेशा उनके साथ है।”
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. राजेश भारद्वाज ने बताया कि यह अभियान दीपोत्सव के पांचों दिन जारी रहेगा और अधिकतम वंचित बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य है।
बांसवाड़ा पुलिस की यह पहल न केवल पुलिस और आमजन के बीच की दूरी कम कर रही है, बल्कि समाज में संवेदनशील और समावेशी वातावरण बनाने की मिसाल भी पेश कर रही है।