रायपुर, 22 अक्टूबर (हि.स.)। राज्यभर के विद्यालयों में अतिशेष शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण और पदस्थापना की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके तहत शिक्षकों का कार्यभार काउंसिलिंग और जिला-संभाग स्तर की समितियों के माध्यम से निर्धारित किया गया।
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी पत्र में बताया गया कि पदस्थापना आदेश जारी होने के बावजूद कुछ शिक्षक अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। संपूर्ण जानकारी संभागीय संयुक्त संचालकों ने शासन को भेजी थी ताकि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुमति प्राप्त की जा सके।
शासन ने इस पर विचार कर सहमति व्यक्त की है और अब नियम के अनुसार उन शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। लोक शिक्षण संचालनालय ने स्पष्ट किया है कि पदस्थापना आदेश के बावजूद कार्यभार ग्रहण न करना प्रशासनिक अनुशासन का उल्लंघन है।
अतिशेष शिक्षकों को चेतावनी दी गई है कि वे शीघ्र ही अपने कार्यभार का पालन करें। शासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस निर्णय से स्पष्ट संदेश मिलता है कि शिक्षक समुदाय में समय पर कार्यभार ग्रहण और नियमों का पालन अनिवार्य है।