छठ पूजा और आस्था
वसई-विरार महानगरपालिका क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से हजारों महिलाएं छठ पूजा का आयोजन करती आ रही हैं। यह त्योहार उनके लिए राजनीति का नहीं, बल्कि आस्था का विषय है।
पर्यावरण के अनुसार निर्देश
माननीय न्यायालय ने सभी त्योहारों को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाने के निर्देश दिए हैं। वीवीएमसी ने तालाबों में जाने के बजाय कृत्रिम तालाबों में पूजा करने का निर्देश जारी किया। इससे उत्तर भारतीय समुदाय और आयोजकों में नाराजगी है।
मनोज बारोट की पहल
भाजपा वसई-विरार जिला महासचिव मनोज बारोट ने पुलिस आयुक्त और महानगरपालिका आयुक्त को पत्र लिखकर समन्वय स्थापित करने और सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाने की मांग की। उनका कहना है कि न्यायालय के आदेश और छठ पूजा की आस्था दोनों को ध्यान में रखते हुए सही निर्णय लेना आवश्यक है।
राजनीतिक मुद्दा न बने
मनोज बारोट ने स्पष्ट किया कि कुछ लोग इस विषय को राजनीतिक मुद्दा बनाकर नागरिकों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। बैठक से सभी दलों को अपनी राय रखने का अवसर मिलेगा और त्योहार का आयोजन सम्मानपूर्वक किया जा सकेगा।




