भोपाल, 26 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को जबलपुर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में कहा कि आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का लक्ष्य तभी पूरा होगा जब हम अपने क्षेत्रों में स्वदेशी और स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने होटल कल्चुरी में संभाग के सांसदों और विधायकों के साथ बैठक की और कृषि आधारित उद्योगों, नव उद्यमिता और रोजगार परक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और कृषि विकास को प्राथमिकता देने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का संकल्प
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है, जिसके तहत कोदो-कुटकी की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से श्रीअन्न उत्पादन और उपार्जन को प्रोत्साहित करने की अपील की।
डॉ. यादव ने कहा कि अगले वर्ष का फोकस कृषि और उससे जुड़े उद्योगों पर होगा। भावांतर योजना के माध्यम से किसानों को अधिक लाभ दिलाने के प्रयास जारी हैं।
विकास योजनाओं और जनसंपर्क पर चर्चा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सांसद और विधायक अपने क्षेत्रों में योजनाओं के लाभ को आम लोगों तक पहुँचाएं और सरकार की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार करें। उन्होंने सुझाव दिया कि विकास कार्यों पर केंद्रित पुस्तिकाएं प्रकाशित की जाएं और जनसुनवाई व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने बालाघाट में नक्सल विरोधी अभियान की सफलता की सराहना की और सुरक्षा बलों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में “लाल सलाम को आखिरी सलाम” करने की दिशा में राज्य सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है।




