इंदौर, 27 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में आस्था, श्रद्धा और शुद्धता के प्रतीक चार दिवसीय छठ महापर्व की धूम देखने को मिल रही है। आज तीसरे दिन व्रती संध्या बेला में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।
इंदौर में इस वर्ष छठ पर्व पहले से अधिक भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। विजय नगर, सूर्य मंदिर (कैट रोड), पिपलियाहना तालाब, शिप्रा, देवास नाका, समर पार्क, अन्नपूर्णा तालाब सहित लगभग 200 स्थलों पर सार्वजनिक छठ पूजा का आयोजन किया गया है।
पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह और महासचिव केके झा ने बताया कि छठ अब केवल पूर्वांचल का नहीं, बल्कि भारत की लोक-आस्था और एकता का पर्व बन चुका है। उन्होंने कहा कि बिहार में चुनावी माहौल के बावजूद इंदौर में हजारों श्रद्धालु अपने परिवारों के साथ छठ पर्व मना रहे हैं।
कल दूसरे दिन व्रतियों ने पारंपरिक खरना अनुष्ठान किया था। दिनभर उपवास के बाद उन्होंने गंगाजल से स्नान कर अरवा चावल, दूध-गुड़ की खीर और रोटी बनाकर छठ मैया को अर्पित किया। इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ हुआ। आज सूर्यास्त के समय पहला अर्घ्य और मंगलवार सुबह उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य देकर व्रत का समापन होगा।
नगर निगम, जिला प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं की ओर से प्रमुख घाटों पर साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। एनडीआरएफ और पुलिस टीमें भी तैनात हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
भोपाल में भी छठ की रौनक देखने को मिल रही है। भोजपुरी एकता मंच के अध्यक्ष कुंवर प्रसाद ने बताया कि आज “डाला छठ” के अवसर पर घाटों पर दीपदान, पुष्पवर्षा और लोकगीत गायिका रूबी कुमारी के पारंपरिक गीतों की प्रस्तुति होगी।




