दिल्ली उच्च न्यायालय को मिला नया न्यायिक बल
दिल्ली की न्याय व्यवस्था को और सशक्त करने की दिशा में मंगलवार को एक अहम कदम बढ़ाया गया। दिल्ली उच्च न्यायालय को तीन नए जज मिले, जिन्होंने पद की शपथ ली।
तीन जजों ने ली शपथ
मुख्य न्यायाधीश डीके उपाध्याय ने जस्टिस दिनेश मेहता, जस्टिस अवनीश झींगन और जस्टिस चंद्रशेखरन सुधा को पद की शपथ दिलाई। इस समारोह के साथ अब दिल्ली उच्च न्यायालय में कुल 44 जज कार्यरत हो गए हैं, जबकि स्वीकृत संख्या 60 है।
नई नियुक्तियों से बढ़ी उम्मीदें
इन तीनों जजों के आने से अदालत में लंबित मामलों की सुनवाई की रफ्तार बढ़ने की उम्मीद है। जस्टिस मेहता और जस्टिस झींगन पहले राजस्थान उच्च न्यायालय में कार्यरत थे, जबकि जस्टिस सुधा केरल उच्च न्यायालय में जज थीं।
राष्ट्रपति ने दी मंजूरी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इन जजों के ट्रांसफर को 14 अक्टूबर को मंजूरी दी थी। अगस्त में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने विभिन्न उच्च न्यायालयों के 14 जजों के ट्रांसफर की सिफारिश की थी, जिसमें इन तीनों का नाम भी शामिल था।
उनका न्यायिक अनुभव
जस्टिस दिनेश मेहता ने 16 नवंबर 2016 को राजस्थान उच्च न्यायालय में जज के रूप में पदभार संभाला था। जस्टिस अवनीश झींगन को 2017 में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में नियुक्त किया गया था और 2023 में उन्हें राजस्थान स्थानांतरित किया गया। वहीं, जस्टिस सुधा ने 2021 में केरल उच्च न्यायालय में जज के रूप में कार्यभार संभाला था।




