छत्तीसगढ़ में चक्रवात ‘मोन्था’ का असर
देश के दक्षिण-पूर्वी तट से उठा चक्रवाती तूफान छत्तीसगढ़ में चक्रवात मोन्था का प्रभाव अब साफ नजर आ रहा है। बुधवार सुबह से ही दुर्ग और भिलाई समेत कई इलाकों में बूंदाबांदी शुरू हो गई। मौसम विभाग ने 8 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
किन जिलों में अलर्ट
अलर्ट कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर और जीपीएम जिलों के लिए जारी किया गया है। यहां गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के अनुसार, 30 अक्टूबर को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। सरगुजा संभाग के जिलों अंबिकापुर, सूरजपुर और बलरामपुर में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना है।
किसानों को भारी नुकसान
बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। विशेष रूप से धान की कटाई पर असर पड़ा है। तेज हवाओं से खेतों में खड़ी फसल गिर गई। दुर्ग, पाटन, धमधा, अहिवारा और भिलाई-3 के ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
बस्तर में सबसे अधिक प्रभाव
छत्तीसगढ़ में चक्रवात मोन्था का असर बस्तर संभाग में ज्यादा देखा जा रहा है। कोंडागांव जिले के आदनार गांव में भारी बारिश से ‘बड़को नाला पुलिया’ टूट गई, जिससे आवागमन बंद हो गया। दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर में भी बारिश और ठंडी हवाएं जारी हैं।
ट्रेनें रद्द, हेल्पलाइन जारी
तूफान के असर से विशाखापट्टनम-किरंदुल एक्सप्रेस (18515) और किरंदुल-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस (18516) रद्द कर दी गई हैं। वाल्टेयर रेल मंडल ने यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 08912884714 और 08912884715 जारी किए हैं।




