🧳 एयरपोर्ट पर लैपटॉप क्यों निकलवाया जाता है?
जब भी आप हवाई सफर करते हैं, एयरपोर्ट की Laptop Airport Security के दौरान आपसे कहा जाता है कि अपने लैपटॉप, टैबलेट या दूसरे गैजेट्स को बैग से निकालकर अलग ट्रे में रखें।
कई यात्रियों को यह प्रक्रिया बेवजह लगती है, लेकिन इसके पीछे बहुत गंभीर और वैज्ञानिक सुरक्षा कारण छिपे हैं।
🔍 एक्स-रे मशीन से साफ नहीं दिखता लैपटॉप के अंदर का सामान
- एयरपोर्ट पर हर बैग की जांच X-Ray स्कैनर से की जाती है।
- यह मशीन बैग के अंदर मौजूद चीजों की तस्वीर बनाती है।
- लेकिन लैपटॉप के अंदर मौजूद मेटल, बैटरी और सर्किट पार्ट्स बहुत घने दिखाई देते हैं।
- इस वजह से X-Ray इमेज पर बाकी सामान साफ नहीं दिखता।
- अगर किसी ने लैपटॉप के नीचे कोई संदिग्ध या खतरनाक वस्तु रख दी हो, तो वह आसानी से छिप सकती है।
इसीलिए यात्रियों से लैपटॉप अलग ट्रे में रखने को कहा जाता है, ताकि हर आइटम साफ-साफ दिखाई दे सके।
⚙️ Laptop Airport Security के अंदर हर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की होती है अलग जांच
- लैपटॉप, टैबलेट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के अंदर बैटरी, वायर और सर्किट बोर्ड होते हैं।
- ये हिस्से एक्स-रे स्कैन में ब्लास्ट या एक्सप्लोसिव डिवाइस जैसे दिख सकते हैं।
अलग रखने से अधिकारी यह जांच सकते हैं कि
- डिवाइस के अंदर कोई असामान्य बदलाव तो नहीं है
- उसमें कोई छिपा हुआ उपकरण या विस्फोटक तत्व नहीं है
इसलिए, जब अधिकारी लैपटॉप को अलग ट्रे में रखने को कहते हैं,
तो यह आपकी सुरक्षा और उड़ान की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम होता है, न कि झंझट।
✈️ नई तकनीक से हो सकता है बदलाव
- कई देशों में अब 3D स्कैनर वाली मशीनें लगाई जा रही हैं।
- इनसे लैपटॉप या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को बैग से निकालने की जरूरत नहीं पड़ती।
- हालांकि, भारत सहित कई देशों में यह सुविधा धीरे-धीरे लागू हो रही है।




