न्यायिक आयोग का गठन
असम के प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग की मौत के मामले में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने घोषणा की है कि इस मामले की जांच के लिए उच्च न्यायालय के कार्यरत न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि यह निर्णय पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ जांच सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा कि जुबिन गर्ग की मौत की परिस्थितियां बेहद संवेदनशील हैं, और जनता को सच्चाई जानने का पूरा अधिकार है।
सहयोग की अपील
मुख्यमंत्री ने राज्य के नागरिकों से अपील की कि वे आयोग की जांच प्रक्रिया में पूरा सहयोग करें। उन्होंने कहा — “हम सबकी जिम्मेदारी है कि इस दुखद घटना से जुड़े हर पहलू को सामने लाने में आयोग की मदद करें, ताकि सच्चाई उजागर हो सके और न्याय सुनिश्चित किया जा सके।”
पारदर्शिता पर जोर
सरकार ने आश्वासन दिया है कि आयोग को जांच के लिए पूर्ण स्वतंत्रता और सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। आयोग को जल्द ही औपचारिक अधिसूचना जारी की जाएगी, जिसमें जांच की समयसीमा और कार्यक्षेत्र तय किया जाएगा।
जनता में उम्मीद
जुबिन गर्ग असम और पूर्वोत्तर भारत के सबसे लोकप्रिय गायकों में से एक थे। उनकी मौत ने राज्यभर में शोक और सवाल दोनों पैदा किए हैं। न्यायिक आयोग के गठन के बाद लोगों को उम्मीद है कि सच्चाई सामने आएगी और जुबिन गर्ग को न्याय मिलेगा।




