आईआईटी खड़गपुर में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर में सोमवार को “डिजिटल पुस्तकालय डिज़ाइन में ज्ञान अभियंत्रण” विषय पर आयोजित चौथी अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन हुआ। इस आयोजन में भारत सहित कई देशों के विशेषज्ञ, शोधकर्ता और शिक्षाविद शामिल हुए।
विशेषज्ञों ने साझा किए विचार
संगोष्ठी में डिजिटल पुस्तकालय डिज़ाइन, सूचना प्रबंधन और ज्ञान अभियंत्रण के क्षेत्र में उभरते रुझानों और नवाचारों पर विस्तार से चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि डिजिटल पुस्तकालयों के माध्यम से ज्ञान का प्रसार और संरक्षण अब पहले से कहीं अधिक सशक्त हुआ है।
मुख्य अतिथि और विशेष संबोधन
मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल अनंत सिन्हा, प्रशासक, एड्रियाटिक सोसाइटी ने कहा कि डिजिटल सूचना सेवाओं में तकनीकी नवाचार और संरचित ज्ञान प्रणाली की भूमिका बेहद अहम है।
विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर आर. सी. गौर, डीन (प्रशासन), इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) ने डिजिटल युग में ज्ञान की पहुंच और संरक्षण पर विचार साझा किए।
संस्थान का योगदान
सत्र की अध्यक्षता प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती, निदेशक, IIT खड़गपुर ने की। उन्होंने कहा कि संस्थान डिजिटल ज्ञान प्रणालियों में अनुसंधान और सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस मौके पर प्रो. प्लाबन भौमिक (मुख्य अन्वेषक, एनडीएलआई परियोजना) और डॉ. बी. सुत्रधर (संयोजक एवं संयुक्त मुख्य अन्वेषक) भी मौजूद रहे।
चर्चा के मुख्य विषय
संगोष्ठी के दौरान प्रतिभागियों ने उपयोगकर्ता-केंद्रित डिज़ाइन, सूचना प्रबंधन की आधुनिक विधियां और डिजिटल ज्ञान प्रणालियों के भविष्य पर विचार-विमर्श किया।




