देव दीपावली पर त्रिशूलिया घाट 5051 दीपों से जगमगाया, हुआ भव्य महाआरती
अररिया, 06 नवम्बर (हि.स.)। देव दीपावली के पावन अवसर पर परमान नदी के त्रिशूलिया घाट पर आस्था और दिव्यता का अद्भुत संगम देखने को मिला। घाट पर 5051 दीपों की जगमगाहट से पूरा परिसर स्वर्गिक दृश्य में बदल गया।
वाराणसी से आए पंडितों ने की महाआरती
कार्यक्रम का आयोजन विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से किया गया था। इस अवसर पर वाराणसी से विशेष रूप से आए पांच पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार और परंपरागत विधि-विधान के साथ महाआरती संपन्न कराई। मंत्रों की गूंज और दीपों की रौशनी से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बन गया।
सजावट और सुरक्षा की रही विशेष व्यवस्था
त्रिशूलिया घाट को रंग-बिरंगे फूलों, गुलाल और सजावटी दीपों से सजाया गया था। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग और मार्ग व्यवस्था की गई थी। बड़ी संख्या में सुरक्षा बल और विहिप कार्यकर्ता तैनात रहे ताकि श्रद्धालु शांतिपूर्वक पूजा-अर्चना कर सकें।
हजारों श्रद्धालुओं ने लिया भाग
कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हुए। सभी ने घाट पर दीप जलाकर देव दीपावली की परंपरा को आगे बढ़ाया। आयोजन समिति ने बताया कि यह कार्यक्रम पिछले पांच वर्षों से लगातार आयोजित हो रहा है और हर साल इसे और भव्य रूप दिया जा रहा है।
हिंदू संस्कृति का प्रतीक पर्व
देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। इसे मां गंगा की आराधना का पर्व कहा जाता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस दिन दीप जलाने और गंगा आरती में भाग लेने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति प्राप्त होती है।




