जयपुर, 8 नवंबर (हि.स.)। राजस्थान देश में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के सबसे बड़े केंद्रों में शामिल होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्य में राजस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसी दृष्टि से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोलर और विंड एनर्जी उत्पादन को उद्योग विस्तार से जोड़ते हुए राज्यों की आर्थिक प्रगति को दिशा दी है।
आने वाले वर्ष तक राज्य में 11 हजार मेगावाट क्षमता के सौर प्रोजेक्ट स्थापित किए जाएंगे। इससे राज्य न सिर्फ बिजली जरूरत पूरी करेगा बल्कि “National Solar Hub” के रूप में अग्रणी स्थान प्राप्त करेगा।
किसानों को दिन में बिजली, डिस्कॉम में बड़े सुधार
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सौर परियोजनाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। इससे किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध होगी और कृषि उत्पादन बढ़ेगा।
राजस्थान में आरडीएसएस योजना के तहत 33 केवी के 63 नए सबस्टेशन, फीडर विभाजन और LT केबल बिछाने जैसे बड़े सुधार कार्य चल रहे हैं।
रिकॉर्ड डिमांड भी बिना कटौती पूरी
राज्य की सर्वकालिक अधिकतम बिजली मांग 19,165 मेगावाट तक पहुंचने के बावजूद बिजली कटौती नहीं हुई — यही बताता है कि ऊर्जा प्रबंधन व्यवस्था मजबूत हो चुकी है।
कुसुम योजना में अब तक 914 सौर परियोजनाएँ स्थापित हो चुकी हैं, जिससे 1.35 लाख किसान लाभान्वित हैं। वहीं प्रधानमंत्री मुफ्त बिजली योजना में 95,727 रूफटॉप सोलर संयंत्र लग चुके हैं।




