जबलपुर में लोकायुक्त कार्रवाई का बड़ा मामला
जबलपुर में सोमवार को लोकायुक्त कार्रवाई ने प्रशासनिक तंत्र को हिलाकर रख दिया। कलेक्ट्रेट परिसर में सहायक पेंशन अधिकारी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। यह लोकायुक्त कार्रवाई पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गई।
कैसे हुआ पूरा ऑपरेशन?
पीड़ित किशोर कुमार झारिया ने शिकायत की थी कि उसकी दूसरी पत्नी का नाम पारिवारिक पेंशन नॉमिनी में जोड़ने के एवज में अधिकारी ने रिश्वत मांगी। सत्यापन के बाद लोकायुक्त कार्रवाई शुरू हुई और टीम ने प्लान बनाकर आरोपी को पकड़ लिया। लोकायुक्त कार्रवाई में पूरा ऑपरेशन कलेक्ट्रेट परिसर में ही हुआ और रिश्वत की राशि भी मौके पर बरामद हुई।
कार्रवाई से सिस्टम को संदेश
लोकायुक्त एसपी के अनुसार आरोपी सहायक पेंशन अधिकारी सचिन झा के खिलाफ भ्रष्टाचार धाराओं में केस दर्ज किया जा रहा है। इस लोकायुक्त कार्रवाई के बाद यह भी साबित हुआ कि अब रिश्वत लेने वाले लोग बच नहीं सकेंगे। शिकायत, सत्यापन और ट्रैप — तीनों चरणों में लोकायुक्त कार्रवाई पूरी तरह सटीक रही।
आगे क्या होगा?
पूछताछ जारी है। आरोपी से नेटवर्क और अन्य कनेक्शनों की भी जांच की जा रही है। यह लोकायुक्त कार्रवाई भविष्य में अन्य शिकायतकर्ताओं के लिए भी भरोसा बढ़ाती है कि यदि शिकायत सही और तथ्यात्मक हो तो कार्रवाई तुरंत हो सकती है। लोकतंत्र में जवाबदेही ही सिस्टम को साफ और मजबूत बनाती है।




