गबोरोन (बोत्सवाना), 12 नवंबर (हि.स.)।
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अफ्रीका की अपनी दो देशों की यात्रा के अंतिम चरण में सोमवार को बोत्सवाना पहुंचीं। राजधानी गबोरोन के सर सेरेत्से खामा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बोत्सवाना के राष्ट्रपति एडवोकेट डूमा गिदोन बोको ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मु को गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया।
राष्ट्रपति भवन ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी दी —
“राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अफ्रीका की अपनी दो-देशीय यात्रा के अंतिम चरण में बोत्सवाना पहुंचीं। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की बोत्सवाना की पहली राजकीय यात्रा है।”
भारत-बोत्सवाना संबंधों में नई ऊर्जा
राष्ट्रपति मुर्मु का यह दौरा भारत-बोत्सवाना संबंधों को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है। दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, तकनीक, ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य, फार्मा, रक्षा और मानव संसाधन विकास से जुड़ी कई परियोजनाओं पर समझौते होंगे।
भारत की ओर से यह यात्रा अफ्रीका नीति के अंतर्गत अफ्रीकी देशों के साथ साझेदारी को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राष्ट्रीय सभा को करेंगी संबोधित
राष्ट्रपति मुर्मु बोत्सवाना की राष्ट्रीय सभा को संबोधित करेंगी और वहां के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक स्थलों का दौरा भी करेंगी। इस दौरान वे भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करेंगी।
प्रोजेक्ट चीता पर सहयोग
बोत्सवाना ने भारत के “प्रोजेक्ट चीता” में सहयोग की इच्छा जताई है और चीतों के संभावित स्थानांतरण पर सहमति प्रकट की है। इससे भारत के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
कूटनीतिक संबंधों का नया अध्याय
राष्ट्रपति मुर्मु ने इससे पहले अंगोला का दौरा पूरा किया था, जहां उन्होंने कई द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए। बोत्सवाना का यह दौरा अफ्रीका में भारत की कूटनीतिक उपस्थिति को और मजबूत करेगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह यात्रा भारत और बोत्सवाना के बीच रणनीतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय सहयोग के नए अध्याय की शुरुआत करेगी।




