अंगोला की स्वतंत्रता के 50 वर्ष पर भारत की उपस्थिति
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को अंगोला की राजधानी लुआंडा में आयोजित स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ समारोह में भाग लिया। यह समारोह अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुएल गोंसाल्वेस लोरेन्सो के आमंत्रण पर आयोजित किया गया था।
अंगोला की सांस्कृतिक और सैन्य झलक
राष्ट्रपति सचिवालय के अनुसार, कार्यक्रम लुआंडा के प्रतिष्ठित प्राका दा रिपुब्लिका (Praça da República) में हुआ, जिसमें राष्ट्रपति मुर्मु और राष्ट्रपति लोरेन्सो ने अंगोला की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सैन्य परंपराओं की रंगारंग झलक देखी।
इस समारोह में अंगोला की आज़ादी के संघर्ष और राष्ट्रनिर्माण में योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को भी सम्मानित किया गया।
भारत-अफ्रीका मैत्री का प्रतीक दौरा
अंगोला यात्रा के बाद राष्ट्रपति मुर्मु अपने अफ्रीका दौरे के अंतिम चरण में बोत्सवाना पहुंचीं। यह किसी भी भारतीय राष्ट्रपति की बोत्सवाना को की जाने वाली पहली राजकीय यात्रा है, जो भारत-अफ्रीका संबंधों को और मजबूत बनाएगी।
बोत्सवाना में गर्मजोशी से स्वागत
बोत्सवाना की राजधानी गबोरोन पहुंचने पर राष्ट्रपति मुर्मु का स्वागत स्वयं राष्ट्रपति एडवोकेट डूमा गिडियॉन बोकॉ ने किया। इस अवसर पर उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग, व्यापार, शिक्षा और तकनीकी विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण समझौते होने की उम्मीद है।
भारत-अफ्रीका संबंधों में नया अध्याय
राष्ट्रपति मुर्मु की यह यात्रा भारत की ‘ग्लोबल साउथ’ नीति और अफ्रीकी देशों के साथ साझेदारी को नई दिशा देने का प्रतीक है। इससे न केवल आर्थिक बल्कि सांस्कृतिक और मानवीय रिश्तों को भी नई मजबूती मिलेगी।




