मुख्यमंत्री सरमा ने दी श्रद्धांजलि
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मालवीय जी के योगदान ने भारतीय शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्रवाद को एक नई दिशा दी।
मालवीय जी: शिक्षा और राष्ट्र निर्माण के प्रतीक
मुख्यमंत्री सरमा ने अपने संदेश में लिखा —
“महामना पंडित मदन मोहन मालवीय एक दूरदर्शी शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक थे। उन्होंने भारतीय शिक्षा को चरित्र, सेवा और राष्ट्रनिर्माण के आदर्शों से जोड़ा। उनके आदर्श आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करते हैं और उनका योगदान देश सदैव स्मरण करेगा।”
उन्होंने कहा कि मालवीय जी का जीवन दर्शन आज के युवा वर्ग के लिए एक प्रेरणास्रोत है। उन्होंने शिक्षा को केवल रोजगार नहीं बल्कि चरित्र निर्माण और सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़ा।
राष्ट्र के प्रति समर्पण का आदर्श
पंडित मदन मोहन मालवीय ने न केवल स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाई, बल्कि भारतीय संस्कृति को आधुनिक शिक्षा के साथ जोड़ा। उनके नेतृत्व में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) ने भारतीय ज्ञान परंपरा को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि मालवीय जी जैसे महान व्यक्तित्वों की प्रेरणा से ही भारत आत्मनिर्भरता और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे मालवीय जी के आदर्शों को जीवन में अपनाकर समाज और राष्ट्र के विकास में योगदान दें।




