पेंशनरों को बड़ी राहत, अब घर बैठे बनेगा डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट
प्रयागराज, 12 नवंबर (हि.स.)। अब पेंशनरों को जीवन प्रमाणपत्र (Digital Life Certificate) के लिए कोषागार या बैंक के चक्कर नहीं लगाने होंगे। डाक विभाग ने घर बैठे प्रमाणपत्र जारी करने की नई सुविधा शुरू की है। इसके तहत डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक पेंशनरों के घर जाकर डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट तैयार करेंगे, जिसकी फीस केवल ₹70 रखी गई है।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि यह पहल “डिजिटल इंडिया” के विजन को साकार करते हुए सरकारी सेवाओं को नागरिकों के घर तक पहुंचाने की दिशा में डाक विभाग का एक बड़ा कदम है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की डोरस्टेप सेवा
उन्होंने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से पेंशनरों को यह सुविधा घर बैठे उपलब्ध कराई जा रही है। वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग पेंशनभोगियों पर विशेष ध्यान देते हुए “डोरस्टेप डीएलसी सेवा” शुरू की गई है। अब डाक विभाग सिर्फ पत्र नहीं पहुंचाता, बल्कि डिजिटल सेवाएं भी लोगों के घर तक पहुंचा रहा है।
आवश्यक जानकारी और प्रक्रिया
पेंशनर को इस सेवा के लिए अपने क्षेत्र के पोस्टमैन से संपर्क करना होगा और अपना
आधार नंबर, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, बैंक या डाकघर खाता नंबर और पीपीओ नंबर देना होगा।
प्रमाणपत्र बनने के बाद, पेंशनर को मोबाइल पर एसएमएस मिलेगा और अगले दिन वह इसे
jeevanpramaan.gov.in से देख या डाउनलोड कर सकते हैं।
इस प्रक्रिया में चेहरा पहचान (Face Authentication) और फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा, ताकि ग्रामीण इलाकों तक भी डिजिटल सेवा आसानी से पहुंच सके।
राष्ट्रव्यापी अभियान
कार्मिक एवं पेंशन मंत्रालय ने 1 से 30 नवंबर 2025 तक “डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 4.0” चलाने की घोषणा की है, जिसका लक्ष्य 2000 शहरों में दो करोड़ से अधिक पेंशनरों तक पहुंचना है।
वरिष्ठ नागरिकों को सीधी सुविधा
कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस पहल से पेंशनरों का जीवन आसान हो गया है। अब वरिष्ठ नागरिकों को बैंक या दफ्तर जाने की परेशानी नहीं होगी, बल्कि उनका जीवन प्रमाणपत्र घर बैठे ऑनलाइन विभाग तक पहुंच जाएगा।




