किसानों को बड़ी राहत: अब पासबुक से मिलेगा खाद
औरैया जिले में किसानों को अब खाद लेने के लिए खतोनी, नक़ल और दस्तावेज़ लेकर सहकारी समितियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। सहकारी विभाग ने खाद वितरण में पासबुक प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है, जिसके बाद किसानों को सिर्फ अपनी पासबुक दिखाकर खाद मिल जाएगी।
पासबुक में दर्ज रहेगा खेत और खाद का पूरा ब्यौरा
एआर कोऑपरेटिव संजय वर्मा ने बताया कि सहकारी समितियों द्वारा किसानों को पासबुक जारी की जा रही है। इस पासबुक में—
- खेतों का विवरण
- कुल रकबा
- फसल का प्रकार
- खाद की आवश्यकता
- पूर्व में ली गई खाद का विवरण
सभी जानकारी दर्ज रहेगी। इसी आधार पर किसानों को उनके रकबे और फसल अनुसार खाद का आवंटन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नई प्रणाली वर्ष 2024 से पूरी तरह लागू हो जाएगी।
1.21 लाख किसान बने सदस्य – दिसंबर तक लक्ष्य 1.5 लाख
जनपद में कुल 79 सहकारी समितियाँ हैं, जिनमें से 75 सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं। सदस्यता अभियान तेजी से चल रहा है और अब तक 1.21 लाख किसान सदस्य बनाए जा चुके हैं।
विभाग का अनुमान है कि दिसंबर तक यह संख्या डेढ़ लाख से अधिक पहुंच जाएगी।
31 दिसंबर तक सभी किसानों को मिल जाएगी पासबुक
सहकारी विभाग के अनुसार, पासबुक वितरण तेजी से चल रहा है और 31 दिसंबर तक सभी सदस्य किसानों को पासबुक उपलब्ध करा दी जाएगी।
साथ ही, एक किसान को केवल एक ही पासबुक दी जाएगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और भ्रम की स्थिति न बने।
कालाबाजारी पर लगेगी रोक
नई व्यवस्था से खाद वितरण अधिक पारदर्शी हो जाएगा। विभाग का मानना है कि इससे—
- खाद की कालाबाजारी,
- डुप्लीकेट आवंटन,
- और फर्जीवाड़े जैसी समस्याओं पर पूरी तरह रोक लगेगी।
किसान अब आसानी से, समय पर और निर्धारित मात्रा में खाद प्राप्त कर सकेंगे।




