दिल के मरीज बढ़े, सुविधा नहीं बढ़ी
औरैया में कार्डियोलॉजिस्ट की कमी लगातार मरीजों की परेशानी बढ़ा रही है। जिले में हर दिन 15–20 दिल के मरीज अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन विशेषज्ञ न होने के कारण उन्हें सही इलाज समय पर नहीं मिल पाता।
कार्डियोलॉजी विभाग अब भी कागजों में
दो साल पहले खुला मेडिकल कॉलेज अभी तक कार्डियोलॉजी विभाग शुरू नहीं कर सका। दिल का इलाज देने वाला कोई विशेषज्ञ डॉक्टर यहां तैनात नहीं है। इसलिए मरीजों को हर बार सैफई या कानपुर भेजना पड़ रहा है। इससे उपचार में देरी होती है और कई मरीज रास्ते में ही गंभीर हो जाते हैं।
रेफर पर भरोसा, लेकिन जोखिम भी
डॉक्टर प्राथमिक उपचार तो कर देते हैं, लेकिन गंभीर अवस्था में रेफर करना ही पड़ता है। कई परिवारों का कहना है कि रेफर के कारण समय बर्बाद होता है और खर्च भी बढ़ जाता है।
मेडिकल कॉलेज में अधूरी व्यवस्था
दो साल पहले मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजी वार्ड बनाने की मंजूरी मिल गई थी। लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टर और तकनीकी टीम की नियुक्ति अब तक नहीं हो सकी है।
सीएमएस पवन कुमार शर्मा ने बताया कि दो डॉक्टरों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि आपात स्थिति में शुरुआती सहायता दी जा सके।
शासन से तैनाती का अनुरोध
चिकित्सा विभाग ने शासन को कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और जल्द नियुक्ति की उम्मीद है।
ठंड में बढ़ सकता है खतरा
ठंड के मौसम में दिल के मरीजों की संख्या बढ़ती है। इसलिए डॉक्टरों ने लोगों को सावधानी बरतने, नियमित जांच कराने और अचानक दर्द होने पर तुरंत अस्पताल पहुंचने की सलाह दी है।




