बलरामपुर जिले में इन दिनों दो घटनाओं ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। पहली—पुलिस कस्टडी में चोरी के आरोपित की मौत। दूसरी—कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह का विवादित बयान। दोनों मुद्दों पर कांग्रेस जिला प्रवक्ता और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी राजपुर के अध्यक्ष सुनील सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी प्रतिक्रिया दी।
पुलिस कस्टडी में मौत को बताया “शासन की विफलता”
सुनील सिंह ने कहा कि पुलिस अभिरक्षा में मौत होना बेहद गंभीर घटना है और यह प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है। उनका कहना था कि छोटी घटनाओं में पुलिस भले ही तेजी से कार्रवाई कर लेती है, लेकिन हिरासत में मौत यह दर्शाती है कि “पुलिस किस तरह का व्यवहार कर रही है।”
उन्होंने बताया कि यह बलरामपुर में ऐसी दूसरी घटना है और पूरे छत्तीसगढ़ में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं, जिसकी वे निंदा करते हैं।
पुलिस द्वारा आरोपित के “बीमार और सिकल सेल से पीड़ित” होने के दावे पर सवाल उठाते हुए सुनील सिंह ने कहा कि जब वह पुलिस कस्टडी में था, तो उसकी स्वास्थ्य देखभाल की जिम्मेदारी भी पुलिस की ही थी। उन्होंने रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की ताकि पूरा सच सामने आ सके।
पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह पर तीखा हमला
कांग्रेस प्रवक्ता ने पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह के हालिया बयान को “निराधार” बताया।
उन्होंने दावा किया कि:
- “बृहस्पति सिंह मानसिक अवसाद से गुजर रहे हैं।”
- “वे चर्चा में रहने के लिए ऊलजलूल बयान दे रहे हैं।”
- “कांग्रेस ने उन्हें बहुत कुछ दिया, लेकिन अब वे बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा द्वारा उन्हें पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया जाना राजनीतिक खेल है। इस पर कांग्रेस महामंत्री जितेंद्र गुप्ता ने भी प्रतिक्रिया दी। गुप्ता ने कहा कि उन्होंने भी कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनसे कभी पैसे नहीं मांगे गए।




