धान खरीदी से पहले बढ़ी सख्ती
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने वाली है। लेकिन खरीदी से पहले ही प्रशासन ने बड़ी तैयारी कर ली है। बलरामपुर में धान तस्करी कार्रवाई को तेज करते हुए एसडीएम आनंद राम नेताम ने कड़ा रुख दिखाया है।
खेत–खलिहानों में दहशत
रामानुजगंज क्षेत्र में एसडीएम की छापेमारी से बिचौलियों में हड़कंप मचा हुआ है। जैसे ही एसडीएम की गाड़ी की आवाज सुनाई देती है, कई बिचौलिए खेत और खलिहानों से भागते देखे गए।
एसडीएम ने बताया कि धान खरीदी शुरू होने से पहले तस्करी की कोशिशें बढ़ जाती हैं, इसलिए सख्ती जरूरी थी।
नौ जगह नाकेबंदी, 6081 बोरी जब्त
प्रशासन ने नौ स्थानों पर नाकेबंदी कर अलग-अलग टीमों को तैनात किया है। अब तक 23 प्रकरण दर्ज हुए हैं और 6081 बोरी धान जब्त किया गया है।
यह धान झारखंड और उत्तर प्रदेश की सीमा से अवैध रूप से छत्तीसगढ़ में लाया जा रहा था।
बिचौलियों को साफ चेतावनी
एसडीएम नेताम ने कहा कि कोई भी अवैध गतिविधि बख्शी नहीं जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि धान खरीदी शुरू होते ही तस्करी और बढ़ने की आशंका होती है, इसलिए निगरानी लगातार बढ़ाई जा रही है।
प्रशासन की सख्ती से हलचल
बलरामपुर में धान तस्करी कार्रवाई ने तस्करों के नेटवर्क को हिलाकर रख दिया है। कई बिचौलिए इलाके से गायब हो गए हैं और सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी गई है।
अब प्रशासन का संदेश साफ है—
सीमा से धान लाया, तो सीधे जेल जाना पड़ेगा।




