सड़क न होने से डोली बनी सहारा
पौड़ी गढ़वाल, 17 नवंबर। संदणिया गांव सड़क सुविधा से अब भी वंचित है। सोमवार को गांव की बुजुर्ग महिला महेश्वरी देवी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। सड़क न होने की वजह से ग्रामीणों को उन्हें 5 किमी पैदल डोली में उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ा। यह दृश्य देखकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
वर्षों से सड़क की मांग लेकिन समाधान नहीं
ग्रामीण बताते हैं कि वे रोज 5 किमी पैदल चलकर गांव आते-जाते हैं। हालांकि कई बार सीएम, सांसद और स्थानीय विधायक सतपाल महाराज को ज्ञापन दिए गए। लेकिन आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया। इसलिए लोगों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है।
बुजुर्ग को डोली में ले जाने से बढ़ा आक्रोश
वरिष्ठ आंदोलनकारी विक्रम सिंह रावत ने बताया कि राज्य बनने के 24 साल बाद भी गांव सड़क सुविधा से वंचित है। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग महिला को डोली में ले जाना मजबूरी थी। यदि सड़क होती तो इलाज समय पर मिल सकता था।
ग्रामीण बोले—अब आंदोलन होगा
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सड़क निर्माण नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। उनका कहना है कि सड़क न होने से गांव से लगातार पलायन हो रहा है और जीवन बेहद कठिन होता जा रहा है।
मंत्री से तुरंत हस्तक्षेप की मांग
ग्रामीणों ने लोनिवि मंत्री सतपाल महाराज से अपील की है कि वे जल्द हस्तक्षेप कर गांव को सड़क सुविधा से जोड़ें। लोगों का कहना है कि समस्या पुरानी है और अब इसे हल करना बेहद ज़रूरी है।




