दो साल बाद भी नहीं आया एफएसओ और सीडीपीओ परीक्षा का परिणाम
रांची, 18 नवंबर। झारखंड में जेपीएससी द्वारा आयोजित फूड सेफ्टी ऑफिसर (एफएसओ) और चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर (सीडीपीओ) परीक्षाओं के परिणाम दो साल बाद भी जारी नहीं हुए हैं। इस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने गंभीर चिंता व्यक्त की है।
बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर साधा निशाना
मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि इन परीक्षाओं के आयोजन को लगभग दो वर्ष हो चुके हैं। बावजूद इसके, अब तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि परीक्षार्थी लगातार परिणाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार युवाओं को रोजगार देने को लेकर गंभीर नहीं दिखती।
जेपीएससी पर नियुक्ति में धांधली का आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि झामुमो कोटे से जेपीएससी में शामिल कुछ सदस्यों ने नियुक्ति प्रक्रिया में धांधली बढ़ाने का काम किया है। इससे न सिर्फ अनियमितताएँ बढ़ रही हैं बल्कि आयोग की विश्वसनीयता भी कम हो रही है। मरांडी का कहना है कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री से तुरंत परिणाम जारी करने की मांग
मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपील की कि युवाओं के भविष्य की “सौदेबाजी” बंद करें और दोनों परीक्षाओं के परिणाम जल्द जारी कराएं। उन्होंने कहा कि हजारों उम्मीदवार दो वर्षों से मानसिक तनाव और अनिश्चितता में हैं।
परीक्षार्थियों में नाराजगी
रिजल्ट जारी न होने की वजह से उम्मीदवारों में गहरी नाराजगी है। परीक्षार्थियों का कहना है कि लगातार प्रतीक्षा करने के बावजूद सरकार और आयोग की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया है।
निष्कर्ष
एफएसओ और सीडीपीओ परीक्षा परिणाम में देरी युवाओं के लिए चिंता का विषय बन गया है। अब सभी की निगाहें सरकार और जेपीएससी पर टिकी हैं कि परिणाम कब जारी होंगे।



