सीएम ने दोनों महान विभूतियों को किया याद
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को हिन्दी साहित्य के यशस्वी कवि शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ और समाज सुधारक तथा राष्ट्र सेविका समिति की संस्थापक लक्ष्मीबाई केलकर की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
सोशल मीडिया पर साझा किया भावपूर्ण संदेश
सीएम मोहन यादव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर कवि शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ की प्रसिद्ध पंक्तियाँ साझा करते हुए लिखा—
“सागर की अपनी क्षमता है, पर माँझी भी कब थकता है… तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुमन जी की रचनाएँ साहित्य जगत को निरंतर समृद्ध करती रहेंगी और नई पीढ़ी को प्रेरणा देती रहेंगी।
लक्ष्मीबाई केलकर के योगदान को किया नमन
एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक लक्ष्मीबाई केलकर को नमन किया। उन्होंने कहा कि केलकर जी ने विषम परिस्थितियों में भी नारी सशक्तिकरण, राष्ट्र सेवा और सामाजिक जागरूकता के कार्यों को मजबूत दिशा दी।
सीएम ने लिखा—
“लक्ष्मीबाई केलकर का जीवन प्रेरणा का अनंत स्रोत है। उन्होंने देश और समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।”
समाज और साहित्य में अमिट योगदान
- शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ हिन्दी कविता को नए रंग देने वाले विशिष्ट कवि थे।
- लक्ष्मीबाई केलकर ने राष्ट्र सेविका समिति का गठन कर महिलाओं को संगठित व सशक्त बनाने का अभियान शुरू किया।
दोनों महान विभूतियों के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका जीवन, विचार और कर्म आज भी समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं।




