क्वेटा, 01 दिसंबर (हि.स.)। बलोचिस्तान के चगाई जिले के नोक कुंडी क्षेत्र में देर रात फ्रंटियर कॉर्प्स (एफसी) दक्षिण मुख्यालय पर प्रतिबंधित बलोचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने बड़ा हमला किया। इस हमले में बीएलएफ की एक महिला ‘फिदाइन’ हमलावर ने मुख्य द्वार पर खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया, जिसके बाद उसके साथी परिसर के भीतर घुस गए।
एफसी के प्रवक्ता के अनुसार, सुरक्षाबलों ने तड़के तक कम से कम तीन हमलावरों को मार गिराया। परिसर में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, जबकि अभी भी आतंकी मौजूद होने की आशंका है।
बीएलएफ ने ली जिम्मेदारी, महिला फिदाइन का फोटो जारी
बीएलएफ प्रवक्ता मेजर घोरम बलोच ने दावा किया कि “सोब” यूनिट की महिला सदस्य जरीना रफीक उर्फ ‘तरंग माहू’ ने आत्मघाती विस्फोट कर परिसर की दीवार तोड़ी और बाकी लड़ाके भीतर प्रवेश कर गए। संगठन ने महिला हमलावर की तस्वीर भी जारी की है।
कई जिलों में हमलों की बौछार
बलोचिस्तान बीते 24 घंटों में हिंसा से थर्रा उठा है—
- कलात, क्वेटा, केच, चगाई, पंजगुर सहित कई जिलों में 23 से अधिक हमले हुए।
- रेलवे ट्रैक, पुलिस, सेना, चेक पोस्ट और सरकारी प्रतिष्ठान निशाना बने।
- क्वेटा–ईरान सीमा मार्ग पर भी नाकेबंदी की खबर है।
नोक कुंडी के अतिरिक्त पंजगुर के मगरिब क्षेत्र में चेक पोस्ट पर घंटों चली मुठभेड़ में भी सुरक्षा बलों को भारी नुकसान पहुंचने की खबर है।
TTP और अन्य समूह सक्रिय
रिपोर्टों के मुताबिक, नोक कुंडी हमले की शैली प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) जैसी बताई जा रही है। 2022 में टीटीपी द्वारा सीजफायर समाप्त करने के बाद बलोचिस्तान में आतंकी घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई है।
इससे पहले शनिवार को क्वेटा और डेरा मुराद जमाली में सात धमाकों ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी थी। पेशावर में भी सोमवार को संघीय कांस्टेबुलरी हेडक्वार्टर पर आत्मघाती हमला हुआ था।




