प्रधानमंत्री फसल बीमा में 22 लाख के गबन मामले में कृषि विभाग के तीन आरोपियों पर एफआईआर दर्ज
जगदलपुर, 1 दिसंबर (हि.स.)। बस्तर जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बड़ा घोटाला सामने आया है। बास्तानार ब्लॉक में पदस्थ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी मुन्ना लाल बघेल ने अपने दो सहयोगियों—गिरीश चंद्र सेठिया और अनिल सेठिया के साथ मिलकर किसानों के नाम पर 22 लाख 53 हजार रुपये का गबन कर लिया।
जांच में पाया गया कि आरोपितों ने किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर नकली दस्तावेज तैयार किए और इन्हें निजी बीमा कंपनी को भेजा। इन जाली दस्तावेजों के आधार पर बीमा दावे स्वीकृत हुए और लाखों की राशि जारी कर दी गई। किसानों को इस पूरी प्रक्रिया की कोई जानकारी नहीं दी गई।
धमकाकर किसानों से ले ली पूरी बीमा राशि
जब नवंबर में बीमा राशि किसानों के खातों में पहुंची, तो तीनों आरोपितों ने उन्हें गुमराह कर, डराया और रकम को कैश तथा ऑनलाइन माध्यम से अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिया। किसानों को जब धोखाधड़ी का अंदेशा हुआ, उन्होंने लिखित शिकायत दर्ज कराई।
विभागीय जांच में आरोप साबित, FIR दर्ज
शिकायत के बाद कृषि विभाग ने जांच शुरू की, जिसमें पूरा मामला सही पाया गया। इसके आधार पर बुरगुम थाना पुलिस ने तीनों आरोपितों पर बीएनएस की धारा 318(4) के तहत FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
जांच जारी, विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल
जांच अधिकारी एएसपी महेश्वर नाग ने बताया कि कुल गबन की गई राशि 22 लाख 53 हजार रुपये है और पुलिस तीनों आरोपितों की भूमिका की गहन जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि यह घटना कृषि विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है और मामले की तह तक जाने के लिए सभी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।




