2,208 बूथों पर नहीं मिली कोई त्रुटि
कोलकाता, 2 दिसंबर (हि.स.)। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के दौरान चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में ऐसे 2,208 बूथों की पहचान की है, जहां मृत, दोहरे या स्थानांतरित मतदाताओं का एक भी मामला नहीं मिला। यह आंकड़ा सोमवार शाम तक के निरीक्षण पर आधारित है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि ये सभी बूथ “शून्य त्रुटि” श्रेणी में रखे गए हैं।
किस जिले में कितने शून्य-त्रुटि बूथ?
- दक्षिण 24 परगना — 760 बूथ (सबसे अधिक)
- पुरुलिया — 228 बूथ
- मुर्शिदाबाद — 226 बूथ
- मालदा — 216 बूथ
इसके अलावा पूरे राज्य में:
- 582 बूथों पर एक त्रुटि
- 420 बूथों पर दो त्रुटियाँ पाई गईं — चाहे मामला मृत मतदाता का हो, दोहरे नाम का या स्थानांतरित मतदाता का।
भाजपा ने जताया संदेह
इस बीच भाजपा ने इस रिपोर्ट पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
कोलकाता नगर निगम के पार्षद और भाजपा नेता सजल घोष ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर ‘शून्य त्रुटि’ वाले बूथों की सूची “विश्वसनीय नहीं लगती” और इसका पुन: परीक्षण होना चाहिए।
उन्होंने मांग की कि इन बूथों से जुड़े सभी पंजीयन फॉर्म का तुरंत ऑडिट किया जाए।
शुभेंदु अधिकारी ने भी उठाए सवाल
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने पहले ही मतदाता सूची में 1.25 करोड़ नाम दर्ज होने को संदिग्ध बताते हुए इसकी स्वतंत्र जांच की मांग की थी।
चुनाव आयोग का लक्ष्य
चुनाव आयोग का कहना है कि एसआईआर अभियान का उद्देश्य मतदाता सूची को त्रुटिरहित करना है ताकि चुनावी प्रक्रिया पारदर्शी और विश्वसनीय बनी रहे।




