नालंदा जिले में जल, जीवन, हरियाली के तहत 5 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य
नालंदा, 9 दिसंबर (हि.स.)। जिला मुख्यालय स्थित हरदेव भवन सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत जिला गंगा समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले में चल रही वृक्षारोपण गतिविधियों की समीक्षा की गई।
बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी, बिहारशरीफ ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2025–26 में नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 36,200 के लक्ष्य के विरुद्ध 32,980 पौधारोपण किया जा चुका है। यह कार्य जिले के पर्यावरण संरक्षण और जल स्रोतों के पुनरुद्धार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। डीएम ने निर्देश दिया कि शेष पौधारोपण कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
मनरेगा के तहत 5.52 लाख पौधों का लक्ष्य
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा ने बताया कि जल–जीवन–हरियाली अभियान के तहत 5,52,000 पौधे रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसके लिए सभी प्रखंडों में पौधारोपण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
डीएम ने निर्देश दिया कि—
- लक्ष्य का 100% समय पर पूरा होना सुनिश्चित किया जाए।
- पौधारोपण के लिए चिह्नित स्थलों पर तैयारी तेज की जाए।
- पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड (गेबियन) स्थापित करने के कार्य में तेजी लाई जाए।
जिला स्तर पर मनरेगा कर्मियों के प्रशिक्षण और उन्मुखीकरण हेतु कार्यशाला आयोजित करने का आदेश भी दिया गया है, ताकि पौधारोपण और संरक्षण कार्य प्रभावी रूप से किया जा सके।
जल संरक्षण, हरित आवरण बढ़ाने और पर्यावरण संतुलन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से नालंदा में यह अभियान तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।




