भोपाल, 13 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश इस समय कड़ाके की ठंड की चपेट में है, जहां तापमान लगातार गिरते हुए पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहा है। शुक्रवार की रात इंदौर में पिछले दस वर्षों की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई। यहां न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी के बराबर रहा।
राजधानी भोपाल में भी सर्दी का असर तेज बना हुआ है। यहां न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया। बीते छह दिनों तक शीतलहर के बाद गुरुवार को हल्की राहत मिली थी, लेकिन शुक्रवार को फिर से ठंडी हवाओं ने लोगों को गर्म कपड़ों में कैद कर दिया।
भोपाल, इंदौर, राजगढ़, सीहोर और शाजापुर सहित कई जिलों में दिनभर सर्द हवाएं चलती रहीं। धूप निकलने के बावजूद शाम होते ही ठंड का असर और तेज हो गया।
कई शहरों में पारा 5 से 10 डिग्री के बीच
गुरुवार-शुक्रवार की रात प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच दर्ज किया गया।
भोपाल में 6.5 डिग्री, ग्वालियर में 9.1, उज्जैन में 9, जबलपुर में 8.4 डिग्री रहा। वहीं राजगढ़ में 5.2, नौगांव में 6.4, उमरिया में 6.6, रीवा में 7, मलाजखंड में 7.2 और मंडला में 7.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
पहाड़ों की बर्फबारी बढ़ा रही ठंड
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में हो रही बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश तक पहुंच रहा है। साथ ही उत्तर भारत के ऊपर सक्रिय जेट स्ट्रीम, जो करीब 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 204 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही है, ठंड को और बढ़ा रही है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी संभव है, लेकिन रातें फिलहाल बेहद सर्द बनी रहेंगी।




