हमीरपुर में नशे के खिलाफ प्रशासन की पहल
नशे पर नियंत्रण के लिए हमीरपुर जिले में ठोस कदम उठाया गया है।
पहले चरण में 14 क्षेत्रों में नशा निवारण समितियां गठित की गई हैं।
शहरी निकायों और पंचायतों में गठन
तीन शहरी निकायों और 11 ग्राम पंचायतों को इस योजना में शामिल किया गया।
इन क्षेत्रों को नशे से अधिक प्रभावित माना गया था।
स्कूल प्रमुख होंगे समिति अध्यक्ष
हर नशा निवारण समिति में स्थानीय स्कूल के प्रधानाचार्य को अध्यक्ष बनाया गया।
वहीं संबंधित थाना या चौकी का पुलिस कर्मी सदस्य सचिव होगा।
विभिन्न विभागों की सहभागिता
समितियों में पंचायत सचिव, कार्यकारी अधिकारी और पटवारी शामिल किए गए हैं।
इसके साथ आशा वर्कर, महिला मंडल और युवक मंडल प्रतिनिधि भी सदस्य होंगे।
समाजसेवियों को भी मिली जिम्मेदारी
वरिष्ठ नागरिकों और समाजसेवियों को भी समिति में शामिल किया गया है।
इससे जमीनी स्तर पर निगरानी और जागरूकता मजबूत होगी।
15 दिसंबर को होगी पहली बैठक
उपायुक्त अमरजीत सिंह ने सभी समितियों को पहली बैठक बुलाने के निर्देश दिए।
बैठक की कार्यवाही रिपोर्ट प्रशासन को भेजनी अनिवार्य होगी।
हर महीने होगी समीक्षा बैठक
सभी नशा निवारण समितियां हर महीने बैठक कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी।
इन बैठकों में क्षेत्र की स्थिति और समस्याओं पर चर्चा होगी।
पुलिस और विभागों से समन्वय
समितियां संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देंगी।
स्वास्थ्य, शिक्षा और आबकारी विभाग से समन्वय भी किया जाएगा।
तिमाही समीक्षा की व्यवस्था
जिले के पुलिस अधीक्षक हर तीन महीने में कार्यों की समीक्षा करेंगे।
समीक्षा रिपोर्ट गृह विभाग को भेजी जाएगी।




