अम्मान। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय इब्न अल हुसैन आज अम्मान में आयोजित भारत–जॉर्डन व्यापार सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन में दोनों देशों के प्रमुख उद्योगपति, निवेशक और व्यापारिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।
यदि मौसम अनुकूल रहा, तो प्रधानमंत्री मोदी शाह अब्दुल्ला द्वितीय और युवराज के साथ पेत्रा शहर का भी दौरा करेंगे। पेत्रा ऐतिहासिक रूप से भारत और पश्चिम एशिया के बीच प्राचीन व्यापारिक संबंधों का प्रतीक रहा है।
जोरदार स्वागत और उच्चस्तरीय बातचीत
शाह अब्दुल्ला द्वितीय के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय यात्रा पर सोमवार को जॉर्डन पहुंचे। अम्मान स्थित हुसैनीया पैलेस में शाह ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत से पहले दोनों नेताओं के बीच आमने-सामने की बैठक भी हुई, जिसमें द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की गई और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ।
मजबूत आर्थिक रिश्ते
भारत, जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का है। जॉर्डन भारत को उर्वरकों, विशेष रूप से फॉस्फेट और पोटाश, का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। इसके अलावा जॉर्डन में 17,500 से अधिक भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो कपड़ा, निर्माण और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
पीएम मोदी का 8 सूत्री दृष्टि पत्र
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि शाह अब्दुल्ला द्वितीय के साथ उनकी बातचीत उपयोगी रही और भारत–जॉर्डन संबंधों को लेकर उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता सराहनीय है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्डन के साथ सहयोग को और गहरा करने के लिए आठ सूत्री दृष्टि पत्र साझा किया, जिसमें शामिल हैं—
- व्यापार और आर्थिक सहयोग
- उर्वरक और कृषि
- सूचना प्रौद्योगिकी
- स्वास्थ्य सेवा
- बुनियादी ढांचा
- महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिज
- नागरिक परमाणु सहयोग
- लोगों के बीच संपर्क
आतंकवाद और गाजा पर साझा दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और जॉर्डन की आतंकवाद के खिलाफ सोच स्पष्ट और साझा है। उन्होंने गाजा मुद्दे पर शाह अब्दुल्ला द्वितीय की सक्रिय और सकारात्मक भूमिका की भी सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि जॉर्डन के साथ संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए साझा किए गए विचार बेहद महत्वपूर्ण हैं।
तीन देशों की यात्रा का पहला पड़ाव
जॉर्डन, प्रधानमंत्री मोदी की तीन देशों की चार दिवसीय विदेश यात्रा का पहला पड़ाव है। जॉर्डन दौरे के बाद वे इथियोपिया और ओमान की यात्रा पर जाएंगे। इस दौरे को भारत की पश्चिम एशिया नीति और वैश्विक आर्थिक कूटनीति के लिहाज से अहम माना जा रहा है।




