तृणमूल के सत्ता में आने के बाद बंगाल में उद्योग खत्म होता गया : भाजपा
कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद पश्चिम बंगाल में उद्योग लगातार खत्म होते चले गए। भाजपा का कहना है कि राज्य से बड़े उद्योगों के पलायन के कारण रोजगार के अवसर घटे हैं और बंगाल का औद्योगिक भविष्य गंभीर संकट में है।
इस मुद्दे को लेकर राज्य भाजपा ने एक पुस्तिका जारी की, जिसका शीर्षक रखा गया “West Bengal Industrialisation Graveyard”। पुस्तिका में दावा किया गया है कि आज बंगाल की सबसे बड़ी जरूरत बड़े उद्योगों की स्थापना है, ताकि युवाओं को स्थायी और सम्मानजनक रोजगार मिल सके।
सिंगूर–नंदीग्राम से फैला गलत संदेश
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद शमिक भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार के कार्यकाल में बड़े औद्योगिक घरानों ने बंगाल छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि सिंगूर और नंदीग्राम की घटनाओं ने देशभर के उद्योगपतियों में बंगाल को लेकर नकारात्मक संदेश पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि यदि राज्य को दोबारा औद्योगिक रूप से मजबूत बनाना है, तो बड़े उद्योगों के बिना कोई विकल्प नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि किसानों से ली गई जमीन पर लगने वाले उद्योगों में किसानों को हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।
बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट पर सवाल
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कोलकाता में आयोजित होने वाले बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2015 से अब तक आयोजित सभी समिट पूरी तरह विफल रहे हैं।
उनका कहना था कि इन आयोजनों पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन उसके मुकाबले जमीन पर कोई ठोस निवेश देखने को नहीं मिला। शुभेंदु अधिकारी ने यह भी दावा किया कि राज्य का आंतरिक कर्ज खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है, जिससे बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता बड़े उद्योगों की स्थापना है।
केंद्र के उपक्रमों से हुआ विकास : भाजपा
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जो भी बड़े निवेश हुए हैं, वे अधिकतर केंद्र सरकार के उपक्रमों के जरिए हुए हैं, चाहे वह हवाई अड्डे हों, रेलवे परियोजनाएं, बंदरगाह, सड़कें या पेट्रोलियम क्षेत्र।
इस बीच, पश्चिम बंगाल सरकार 18 दिसंबर को कोलकाता में एक व्यापार सम्मेलन आयोजित करने जा रही है। सरकार का दावा है कि इस सम्मेलन से राज्य में निवेश और औद्योगिक विकास की संभावनाओं को बढ़ावा मिलेगा।




