वाराणसी में लगातार दूसरे दिन कोहरे और धुंध से जनजीवन ठहरा, स्कूलों के समय में परिवर्तन
वाराणसी, 19 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी सहित पूर्वांचल के जिलों में शुक्रवार को भी कोहरा और धुंध छाई रही। कोहरा अत्यधिक घना नहीं था, लेकिन धुंध और बढ़ती ठंड के कारण सुबह सड़कों पर आवाजाही सीमित दिखी। लोग केवल आवश्यक कार्यों के लिए ही घरों से बाहर निकले।
मौसम की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश प्रशासन के निर्देश पर स्कूलों का समय बदल दिया गया है। वाराणसी सहित सभी जिलों में प्री-प्राइमरी से कक्षा 12 तक के सभी राजकीय, परिषदीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, निजी मान्यता प्राप्त, सीबीएसई, आईसीएसई व अन्य बोर्डों के विद्यालय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक संचालित होंगे। यह आदेश अगले निर्देश तक लागू रहेगा।
मौसम विभाग पहले ही भीषण ठंड और घने कोहरे की चेतावनी जारी कर चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार वातावरण में नमी के कारण प्रदूषक तत्व नीचे आ जाते हैं, जिससे सुबह देर तक धुंध और कोहरा बना रहता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक ये परिस्थितियां अगले दो से तीन दिनों तक बनी रह सकती हैं, जिससे ठंड और बढ़ेगी। इसी के मद्देनज़र ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पछुआ हवाओं के कारण रात की ठंड में तेज़ी आई है।
आईएमडी के लखनऊ आंचलिक कार्यालय के अनुसार, वाराणसी में दिसंबर माह में छह वर्षों बाद अधिकतम तापमान इतना नीचे दर्ज किया गया है। घने कोहरे और धुंध के कारण दोपहिया-चारपहिया वाहनों को बेहद धीमी गति से चलना पड़ रहा है। इसका असर रेल और विमान सेवाओं पर भी पड़ा है—दिल्ली और मुंबई से आने वाली कई ट्रेनें देरी से वाराणसी पहुंच रही हैं।
मौसम विभाग ने शीत दिवस (Cold Day) की दी चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के अनुसार, निम्न क्षोभमंडल में व्युत्क्रम परत और पश्चिमी व मध्य क्षोभमंडल तक विस्तृत एंटी साइक्लोन के साथ ऊपरी क्षोभमंडल में गुजर रही उष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम के प्रभाव से प्रदेश के कई जिलों में अत्यंत घना कोहरा दर्ज किया गया है, जो दिन में देर तक बना रहता है।
IMD के अनुसार, मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 10°C या उससे कम और अधिकतम तापमान का सामान्य से -4.5 से -6.4°C तक विचलन होने पर शीत दिवस की स्थिति मानी जाती है—वाराणसी में फिलहाल ऐसे ही हालात बने हुए हैं।
देर रात ठंड में सड़कों पर ठिठुरते लोगों का हाल जानने निकले डीएम
कड़ाके की ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार गुरुवार देर रात सिकरौल, परमानंदपुर, पांडेयपुर चौराहा सहित रैन बसेरों और पांडेयपुर फ्लाईओवर के नीचे रह रहे लोगों का हाल जानने पहुंचे।
उन्होंने अपील की कि जिनके पास रहने की व्यवस्था नहीं है, वे नजदीकी रैन बसेरे में रात्रि निवास करें। निरीक्षण के दौरान स्वच्छ बिस्तर, साफ-सफाई, शौचालय और अलाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल भी मौजूद रहे।




